Jai Sai Ram
माँ का स्पर्श
प्यार भरा स्पर्श
हमें उस ममता और आचल की याद दिलाता है
जिसमे चुप कर हमने राते गुजारी है
पिता का स्पर्श
भरोसे भरा स्पर्श
हमें उस उगली की याद दिलाता है
जिसे पकड़ कर हमने जीवन में दोड़ना सिखा
बहन का स्पर्श
दोस्त , माँ भरा स्पर्श
हमें उस कंधे की याद दिलाता है
जिस पर हमने सर रख कर अपने सुख दुःख को हल्का किया है
भाई का स्पर्श
रक्षक भरा स्पर्श
हमें उस कलाई की याद दिलाता है
जिस पर हमने राखी बांध कर अपने को महफूज़ पाया है
दोस्त का स्पर्श
ईमानदारी भरा स्पर्श
हमें उन कदमो की याद दिलाता है
जिसके साथ मिलाकर हमने जीवन का हर हसीन पल गुज़ारा हो
बाबा का स्पर्श
श्रद्धा और सबुरी भरा स्पर्श
हमें उन सात वचनों की याद दिलाता है
जो हमें उनके और करीब लेजाता है
सबसे यही कहना चाहती हूँ
आप जीवन में कितनी उन्नति क्यों ना कर लो
अपने गहरे और सचे रिश्तो को कभी ना भूलना
क्यूकि आपकी उन्नति के पीछे
इन पाँच रिश्तो का सहयोग है
जो हर पल आपका इंतज़ार कर रहे होते है
जय साईंराम
No comments:
Post a Comment